दोस्तों आपको हम लेटेस्ट टैटू ट्रेन्ड के बारे में बताएँ तो आपको ये जानकर अचम्भा होगा कि टैटू में युवा वर्ग की खास पसन्द बन गए हैं आजकल चीनी लिपि में लिखे गए टैटू ।
यानी हमारे यहाँ और दूसरे देशों में भी, भले ही चीनी माल का बहिष्कार करने की लहर सी चलती रहती है लेकिन टैटू बनवाने में नौजवानों की पसन्द आजकल चीनी टैटू बनते जा रहे हैं । ख्याल रहे कि यहाँ चीनी कहने का मतलब ये नहीं कि उनका पैसा चीन को जाने वाला है, केवल इतना कि वो टैटू स्टाइल और लिपि में चीनी ही हैं ।
आपको हम बताने जा रहे हैं कि क्यों चीनी टैटू भारत सहित देशविदेश में लोकप्रिय हो रहे हैं । दोस्तों इसका मुख्य कारण है चीनी लिपि का चित्रलिपि होना, यानी चीनी में हर शब्द के लिए एक चित्र होता है, ऐसे में कुछ भी लिखना हो आप कुछ न कुछ चित्र बना रहे होते हैं । जिससे कि वो लिखा हुआ एक बोरिंग टेक्स्ट न बनकर एक अच्छा सा डिजाइन बन जाता है । अब आप ही बताइये - क्या युवा वर्ग के लिए इतना ही कम है इसके पीछे क्रैज़ी होने के लिए ?? हा हा । चलिए ये तो हुआ एक कारण, इसका एक और कारण भी है, वो है चीन का विश्वपटल पर तेजी से बड़ी ताकत के रूप में उभरना । अब ये तो आपको बताने की जरूरत नहीं कि संसार भर के युवाओं का जो फैशन है वो बड़ी ताकतों वाले देशों के ही पीछे ज्यादा चलता है । चूँकि अब बिर्तानी लाट साहब का तो जमाना रहा नहीं, सो अब स्वतंत्र सोच का युवा एक्साइटमेन्ट के लिए चीनी और अमेरिकी दोनों विकल्प ट्राई कर रहा है ।
लड़कों में गहने और सिंगार का चलन कुछ कुछ तो प्राचीन काल से ही रहा है परन्तु पूरे शरीर पर गहने पहनने का जो प्राचीन भारत का चलन था वो अब नए लड़कों को उपलब्ध नहीं है सो वो पूरे शरीर को सजाने के लिए टैटू का सहारा ही लेते हैं । ऐसे में चीनी टैटू जो दिखने में एक तरह का जटिल गहना सा गढ़ा हुआ लगते हैं उनके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो रहे हैं । चीनी में लिखे हुए लैटर्स को हान्ज़ी कहा जाता है (अरे हांजी । इसे हान्ज़ी कहते हैं), और इनके अलावा चीनी डिजाइन जैसे - ड्रैगन और भी तरह तरह के बेलबूटे व जीवजन्तु एक खास तरह की ऊर्जा का संचार करते दिखते हैं । भारत-चीन के प्रमुखों के ब्रिक्स में हाल ही में हुए प्रसिद्ध मेल-मिलाप के साथ युवाओं के इस जोश में कुछ कमी होती नहीं दिखेगी ।
तो दोस्तों आपको ये जानकारी कैसी लगी कमैन्ट में अवश्य बताएँ !
यदि आपको ये लेख पसन्द आया हो और आप ऐसे ही मनोरंजक लेख आगे भी पढ़ना चाहते हों तो सब्स्क्राइब बटन दबाएँ ।
- This article is presented by EngHindi Team.